आईबीएस क्या है, क्या आयुर्वेदिक उपचार में आईबीएस का है सफल इलाज ?
आईबीएस यानी इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम को ग्रहणी भी कहा जाता है | यह एक किस्म का पाचन विकार होता है, जो किसी व्यक्ति के पेट और आंते को काफी प्रभावित करता है | यह समस्या किसी व्यक्ति के साथ जीवन भर हो सकती है, लेकिन इससे होने वाले लक्षणों में समय के साथ परिवर्तन आता रहता है | आइये जानते है इसके मुख्य लक्षण और कारण क्या है:-
संजीवनी आयुर्वेदशाला के सीनियर डॉक्टर रविंद्र वात्स्यायन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि आईबीएस समस्या पेट के तकलीफ, दर्द और मल त्यागने की आदतों में आई गड़बड़ी के मिश्रण से उत्पन्न होता है | इससे बार-बार आपको मल त्यागने ने परेशानी हो सकती है या फिर कब्ज की समस्या हो सकती है | एक शोध के अनुसार पूरे विश्व में इस बीमारी से लगभग 9 से 23 प्रतिशत तक की आबादी प्रभावित हो चुकी है, लेकिन फिर भी लोग इस समस्या से जुड़े लक्षणों को नज़र-अंदाज़ कर देते है | आइये जानते है इसके लक्षण और होने के मुख्य कारण क्या है :-
आईबीएस होने के लक्षण कौन-से है ?
- पेट में गंभीर दर्द होना या फिर ऐंठन होना
- बार-बार मल त्यागने के दौरान तरल पदार्थ का निकलने की वजह से व्यक्ति आमतौर पर पानी का सेवन अत्यधिक करता है |
- अनियमित रूप से मल त्यागना आईबीएस प्रमुख करना है | मल त्याग सामान्य तौर पर अधिक कठोर या फिर ढीला भी हो सकता है |
- मल त्यागते समय निकलने वाला बलगम कभी-कभी सफ़ेद दिखाई देने लग जाती है |
आईबीएस होने के मुख्य कारण कौन-से है ?
- पेट का बार-बार ख़राब होना आईबीएस का कारण बन सकता है |
- अधिक तनाव और चिंता सीधा व्यक्ति के प्रतिरक्षा प्रणाली को सीधे प्रभावित कर देते है |
- ख़राब भोजन और अस्वास्थ्यकर भोजन सेवन करने से आंते के स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है, जिसकी वजह से पेट संक्रमित हो जाता है |
- निरर्थक रहना या फिर व्यायाम न करना से इस समस्या के जोखिम कारक के खतरे को बढ़ा देता है |
डॉक्टर रविंद्र वात्स्यायन ने यह भी बताया की आईबीएस के उपचार के लिए आयुर्वेदिक उपचार को सबसे भरोसेमन्द विकल्पों में से एक माना जाता है, जो इस समस्या को आजीवन काल तक ठीक होने की सुविधा को प्रदान करने में सक्षम है | आईबीएस एक किस्म की गंभीर बीमारी है जो मुख्य रूप से आंतो को काफी प्रभावित कर देता है, जिससे पाचन तंत्र में बाधित आ जाता है | अगर सही समय पर आईबीएस समस्या का इलाज न करवाया गया तो स्थिति की गंभीरता बढ़ सकती है |
यदि इस समस्या से आप जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आप संजीवनी आयुर्वेदशाला से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के डॉक्टर रविंद्र वात्स्यायन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों उपचार में एक्सपर्ट है, जो आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों द्वारा इस समस्या को कम करने में आपकी मदद कर सकते है |