क्या है गैस्ट्रिक या पेट सम्बन्धी समस्याओं का इलाज ?

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क्या है गैस्ट्रिक या पेट सम्बन्धी समस्याओं का इलाज ?

  • July 1, 2023

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पेट में किसी भी तरह की समस्या के आने पर व्यक्ति को इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। क्युकि पेट हमारे पाचन या हम जो भी खाते है उसे पचाने में मददगार होता है। इसलिए इसमें कोई परेशानी न आए इसके लिए आपको आज के लेख के साथ अंत तक बने रहना है। ताकि अगर आपके पेट में कोई समस्या आ भी गई है तो उससे आप कैसे खुद का बचाव कर सकते है वो भी आयुर्वेदिक दवाइयों की मदद से ; 

पेट में कौन-सी समस्या खतरनाक हो सकती है ?

  • आजकल अकसर लोगों को पेट से जुड़ी कुछ समस्याएं होती हैं जैसे पेट में गैस, अपच, कब्ज. लेकिन इसके अलावा भी कुछ लोगों को डायरिया, एसिडिटी और पेट में जलन की समस्या। ऐसे में पेट से जुड़ी कुछ ऐसी गंभीर समस्याएं भी होती हैं जिनसे लोग परेशान रहते है, जैसे ; 
  • पेट से जुडी समस्या की अगर बात करें तो अल्सर (पेट के अंदर छाले) की समस्या में व्यक्ति के पेट में बहुत ज्यादा दर्द होता है, जिसके कारण उसे काफी परेशानी होती है। 
  • गैस्ट्रोपेरिसिस की समस्या का सामना करना और इस समस्या में पेट बहुत जल्दी खाली हो जाता है, और इस दौरान जी मिचलाना, खाना खाने के बाद उल्टी होना, जैसी समस्याएं आ जाती है। 
  • इसके अलावा पेट में कैंसर की समस्या का सामना करना। 

अगर आपके पेट में समस्याओं की अभी शुरुआत हुई है तो इस समस्या से निजात पाने के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।

पेट सम्बंधित समस्याओं से निजात पाने के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक इलाज कौन-से है ?

  • अगर आप चाहते है की आपके पेट में किसी भी तरह की समस्या न हो तो इससे बचाव के लिए आपको अपनी लाइफ स्टाइल और खान-पान का खास ध्यान रखना है और जितना हो सके स्वास्थ्य वर्धक चीजों को खाए। 
  • इसके अलावा कुछ आयुर्वेदिक दवाइयां भी आपकी मदद करेगी जैसे, हींग को बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती, और यह आपकी पाचन क्रिया को ठीक रखते है। 
  • इसबगोल की भूसी डाइजेशन में सूजन को कम करने के साथ आंतों के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है। 
  • अदरक एक नेचुरल सूजन रोधी और डाइजेशन में मददगार है। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूती मिलती है, और कब्ज की समस्या भी कोसो दूर होती है।
  • सौंफ एक नेचुरल कार्मिनेटिव है। जो डाइजेशन सिस्टम में एसिडिटी और सूजन को कम करने में मदद करता है। और यह डाइजेशन में सुधार और कब्ज को दूर करने में भी मदद करता है।
  • इसके अलावा अगर आपके पेट में गंभीर समस्या है, जैसे कैंसर, डायरिया, तो इस तरह की समस्या से बचाव के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आना चाहिए।

पेट की समस्या से निजात दिलवाने के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक हॉस्पिटल व क्लिनिक ?

  • आपके पेट में अगर किसी भी तरह की समस्या हो तो इसके लिए आपको संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए। इसके अलावा पेट से जुडी समस्याएं क्या है उसके बारे में हम उपरोक्त आपको बता ही चुके है। तो उपरोक्त में से कोई भी समस्याएं अगर आपमें नज़र आए तो जल्द ही इस क्लिनिक के डॉक्टर के सम्पर्क करें।

निष्कर्ष :

एक बार फिर से हमारे द्वारा वही बात दोहराई जा रही है, कि पेट अमूल्य गहना है व्यक्ति के शरीर का इसलिए इसमें किसी भी तरह की समस्या आ जाए तो इससे बचाव के लिए समय रहते डॉक्टर का चयन जरूर से करें नहीं तो खतरा जान ले सकता है। 

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आयुर्वेद बवासीर की बीमारी का करेगा जड़ से खात्मा !

  • June 22, 2023

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पुराने समय से ही आयुर्वेद में विभिन्न दवाइयों का इलाज मिलता आ रहा है, इसके अलावा बीमारी किसी भी तरह की क्यों न हो उसका उपचार मिलना बहुत ही आसान है। तो वही बात करें बवासीर की बीमारी की, तो सबको पता है की ये बीमारी काफी खरतरनक है अगर एक बार व्यक्ति के अंदर उत्पन हो जाए तो काफी परेशानियां खड़ी करती है। इसके अलावा आयुर्वेद में इस बीमारी का क्या हल है इसके बारे में बात करेंगे, इसलिए अगर आप चाहते है की आपको बवासीर की समस्या से निजात मिल सके तो इसके लिए आपको आर्टिकल को अंत तक पढ़ना होगा ;

बवासीर की शुरुआत कैसे होती है ?

  • बवासीर की शुरुआत होने पर मलाशय में लगातार जलन और सूजन का खतरा होता है। इसमें मांसपेशियों में सूजन रहती है, जो कि रह-रह कर जलन पैदा करती है। यह सूजन दर्द और परेशानी का कारण बनती है और यहां तक कि उठने-बैठने के दौरान भी समस्या बन जाती है। ये आंतरिक बवासीर और बाहरी बवासीर, दोनों के दौरान हो सकता है।
  • अगर आपको पता चल गया है कि आपको बवासीर की समस्या हो गई है, तो इसके शुरुआती दौर में ही आप इसका इलाज बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक में करवा सकते है। 

बवासीर के मुख्य कारण क्या है ?

  • कब्ज के कारण पेट साफ नहीं होता है और मल त्याग में जोर लगाना पड़ता है जिसकी वजह से बवासीर (पाइल्स) की समस्या हो जाती है। जो लोग ज़्यादा देर तक खड़े होकर काम करते हैं, उन्हें भी बवासीर की समस्या हो जाती है। 
  • दूसरी और प्रेग्नेंसी के दौरान भी कई महिलाएं पाइल्स की समस्या का शिकार हो जाती है।
  • बवासीर की समस्या के और कारणों के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सम्पर्क कर सकते है।

बवासीर के संकेत क्या है ?

  • ब्लीडिंग का होना।
  • गुदा के आसपास सूजन हो सकती है।
  • इससे दर्द और असुविधा हो सकती है।
  • गुदा में खुजली और जलन का महसूस होना आदि। 

बवासीर में कौन-सी आयुर्वेदिक दवाई है कारगर ?

  • बवासीर की वजह से गुर्दे के आस-पास खून जमने लगता है, तो खून की जमावट व सूजन को कम करता है “कांकायन वटी” की आयुर्वेदिक दवा। 
  • “त्रिफला गुग्गुल” का सेवन करने से बवासीर की वजह से जो गुर्दे में जलन और सूजन होती है उसे कम किया जा सकता है और ये इंफेक्शन को भी कम करता है।  
  • “अंजीर” (Fig) पेट से जुड़े विकारों को ख़त्म करके बवासीर के लक्षणों को जड़ से ख़त्म करता है। 
  • “मंजिष्ठा” की दवा रक्त की गंदगी को कम करता है और साथ ही ये बवासीर के अलावा, कैंसर की बीमारी को भी कम करने में सहायक माना जाता है।
  • “हरीतकी” पाचन संबंधी बीमारियों को कम करता है और बवासीर की समस्या से भी निजात दिलवाता है। 
  • जब बवासीर की वजह से गुर्दे में फोड़े हो जाते है जिसकी वजह से मलाशय को निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तब आप “सूरन” का उपयोग कर सकते है 
  • “अर्शकल्प” भी बवासीर के लिए बेहतरीन दवाई मानी जाती है। 

अगर आप भी बवासीर की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इसके लिए आपको बिना समय गवाएं संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए। 

निष्कर्ष :

बवासीर की समस्या काफी गंभीर है इसलिए इससे निजात पाने के लिए आपको उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखना चाहिए और किसी भी तरह की दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले।