शरीर को स्वास्थ्य रखने के लिए कौन-सी चीजें कब खाए इसका आयुर्वेद में हुआ बड़ा खुलासा !
आयुर्वेद जोकि इलाज से लेकर हमारे शरीर का ध्यान रखने तक हमारी काफी मदद करते है और हमारा अच्छे से ख्याल भी रखते है। लेकिन शरीर का ध्यान रखने में हमारा भी थोड़ा सा योगदान होना चाहिए जैसे – अगर आयुर्वेद में बताया जाए की हमे खाने को कैसे और किस प्रकार से खाना चाहिए और कौन-सी चीजों को अपने खाने में हमे शामिल करना चाहिए, तो अगर हमारे द्वारा इन बातों का ध्यान रख लिया जाए तो हमारे शरीर में किसी भी तरह की समस्या नज़र नहीं आ सकती है, तो चलिए जानते है की वो कौन-सी खाने की चीजें है, जो हमारे शरीर के लिए स्वास्थ्य वर्धक है ;
पूरे दिन में किस तरह के खाने का हमारे द्वारा सेवन किया जाता है !
- आज के युग के बच्चों की बात की जाए तो उनके द्वारा ऐसे खाने की चीजों का सेवन किया जाता है जिनका हमारे सेहत पर गलत प्रभाव ही पड़ता है।
- वहीं हम दिनभर में जो भी खाते या पीते है, जरूरी नहीं है कि वह शरीर के लिए फायदेमंद ही हो।
- इसलिए आयुर्वेद में हर चीज के खाने-पीने का समय मौसम और लोगों की शारीरिक बनावट के अनुसार तय किया गया है।
- आयुर्वेद के अनुसार क्या और कब खाना चाहिए, इसके बारे में “संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक” के डॉक्टर, ‘डॉ आर वात्स्यायन’ से जानें।
जैसे की जंक या फ़ास्ट फ़ूड की तरफ आज के युवा ज्यादा मोहित हो रहें है, तो अगर इनका सेवन ज्यादा करने की वजह से शरीर में किसी तरह की समस्या आ जाए तो इससे बचाव के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के सम्पर्क में आना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति को किस तरह के आहार को अपने खाने में शामिल करना चाहिए !
- आयुर्वेद के अनुसार, हर व्यक्ति को अपने भोजन में 6 प्रकार के रस वाले खाने की चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए, अगर वो स्वास्थ्य रहना चाहते है तो।
- इन 6 चीजों या रसो की बात करें तो इनमे – मधुर यानि (मीठा), लवण (नमकीन), अम्ल (खट्टा), कटु (कड़वा), तिक्त (तीखा) और कषाय (कड़वा या कसैला) खाने को अपने आहार में जरूर शामिल करें।
- अगर आपके द्वारा प्रकृति के अनुसार ही भोजन किया जाता है। तो इससे शरीर में पोषक तत्त्व असंतुलित नहीं होते।
आप चाहे तो बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह भी लें सकते है, इन उपरोक्त खाने की चीजों के बारे में।
आयुर्वेद के अनुसार कैसे तैयार करें स्वास्थ्य वर्धक खाना ?
- आयुर्वेद के अनुसार सब्जियों को ज्यादा पकाने में अधिक समय न लगाएं। ध्यान रखें, सब्जियां न तो ज्यादा पकी हों और न ही ज्यादा कच्ची।
- चीनी की जगह शहद या गुड़, और मैदे की जगह चोकरयुक्त आटा और दलिए का सेवन करें।
- अदरक का एक बिलकुल छोटा-सा टुकड़ा लें और उसे तवे पर भून लें। फिर इस टुकड़े के ठंडा होने के बाद इस पर थोड़ा-सा सेंधा नमक लगाएं। अब इस टुकड़े को खाना-खाने से करीब पांच मिनट पहले खा लें। ऐसा करने से आपके भूख में इजाफा होगा और पाचन सही रहेगा।
- जंक फूड में सोडियम, ट्रांसफैट और शर्करा की भरमार होती है। इसलिए इन्हें खाने से परहेज करें। मार्केट में मिलने वाले सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनाकर रखें।
- वहीं खाना हमेशा ताजा और गर्म होना चाहिए। क्युकी यह आपके पाचन के लिए बेहतर होता है।
आयुर्वेद के अनुसार रात के खाने में क्या शामिल करें और क्या नहीं !
- आयुर्वेद में बताया गया है की रात में ज्यादा भोजन करने से पेट भारी हो जाता है, जिससे ऐसिडिटी और नींद न आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। और इसकी वजह से पाचन तंत्र के गड़बड़ होने की भी शिकायत सामने आती है।
- आयुर्वेद के अनुसार रात में हमें सिर्फ लो कार्बोहाईड्रेट वाला खाना ही खाना चाहिए, क्योंकि यह आसानी से पच जाता है। इस तरह के खाने का सेवन हमारे सेहत के लिए भी काफी सहायक माना जाता है।
सुझाव :
बेस्ट आयुर्वेदाचार्य “डॉ आर वात्स्यायन” का कहना है की अगर व्यक्ति अपने शरीर को स्वास्थ्य रखना चाहते है, तो इसके लिए उसे अपने रात के खाने को हल्का रखना चाहिए।यदि खाने की चीजों का अच्छे से ध्यान न रखने की वजह से आपके शरीर में किसी तरह की समस्या आ गई है, तो इससे बचाव के लिए आपको संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए।